जयपुर. आरयूएचएस (राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साइंस) में एक सितम्बर से मरीजों को देखनेे के लिए एसएमएस स्टाफ उपलब्ध नहीं होगा। वजह यह कि अभी आरयूएचएस एसएमएस अस्पताल से सम्बद्ध है और एक सितम्बर से यह सम्बद्धता समाप्त हो जाएगी। अब चूंकि आरयूएचएस में एसएमएस का ही स्टाफ लगाया हुअा है और उसके हटने के साथ ही यहां सभी तरह के काम प्रभावित हो जाएंगे। हालांकि आरयूएचएस कोविड अस्पताल बना रहेगा और एसएमएस का स्टाफ यहां रहेगा। लेकिन अब जबकि सरकार एक सितम्बर से आरयूएचएस को एसएमएस से पृथक के आदेश दे चुकी है तो आधे से अधिक स्टाफ यहां से हटना तय है। वहीं दूसरी ओर आरयूएचएस में मरीजों को देखने, भर्ती करने, ऑपरेशन व अन्य इलाज करने के लिए स्टाफ भर्ती की बेहद जरूरत है और जब तक यह स्टाफ यहां नहीं लगाया जाएगा मरीजों को पूरा इलाज नहीं मिल सकेगा।
अभी जुकाम-बुखार का ही इलाज
आरयूएचएस में अभी तक सामान्य इलाज ही लोगों को मिल रहा है। जुकाम-बुखार जैसी सामान्य बीमारियों से अधिक इलाज नहीं मिलने की वजह से आज भी सैंकड़ों लोगों को एसएमएस या निजी अस्पतालों में जाने की मजबूरी है। अब जबकि आरयूएचएस के वीसी बदले हैं तो उम्मीद है कि आने वाले दिनों में आरयूएचएस में सभी तरह का इलाज मिल सकेगा।
एसआर लगाए, 100 नर्सिंगकर्मी भी लगाए जाएंगे
आरयूएचएस में हाल में 30 एसआर (सीनियर रेजीडेंट) लगाए हैं और 100 नर्सिंगकर्मियों को भी लगाया जाएगा। सामने आया है कि एक एनजीओ के माध्यम से नर्सिंगकर्मियों को लगाया जाएगा। लेकिन इसके बावजूद आरयूएचएस में सभी तरह का इलाज कब तक मिल सकेगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। वहीं कोविड काल में एसएमएस सेे आरयूएचएस लगाया गया अधिकांश स्टाफ अभी भी वहीं रहेगा।
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